23 जून 2012
इस्लामाबाद। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के उम्मीदवार एवं यूसुफ राज गिलानी सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे राजा परवेज अशरफ पाकिस्तान के 25वें प्रधानमंत्री निर्वाचित किए गए। प्रधानमंत्री के चुनाव के लिए आयोजित नेशनल असेम्बली के विशेष सत्र में अशरफ ने 211 मत प्राप्त किया जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के सरदार मेहताब अब्बासी को 89 मत मिले। डॉन न्यूज के अनुसार राष्ट्रपति ने शुक्रवार को अशरफ को प्रधानमंत्री पद के लिए निर्वाचित होने पर बधाई दी। गिलानी सरकार में जल एवं ऊर्जा मंत्री रहे अशरफ ने पीएमएल-क्यू नेता परवेज इलाही के साथ संवाददाताओं से कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता ऊर्जा संकट से निपटना होगा।
दरअसल सर्वोच्च न्यायालय द्वारा यूसुफ रजा गिलानी को प्रधानमंत्री पद के लिए अयोग्य ठहराए जाने के बाद पीपीपी ने मखदूम शहाबुद्दीन को प्रधानमंत्री पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया था। गुरुवार को शहाबुद्दीन के खिलाफ नारकोटिक्स रोधी अदालत द्वारा गिरफ्तारी वारंट जारी करने के बाद पीपीपी को गुरुवार को अपने रिजर्व उम्मीदवार अशरफ को प्रधानमंत्री के लिए अपना उम्मीदवार घोषित करना पड़ा।
प्रधानमंत्री पद की दौड़ में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) एवं जमायत उलेमा-ए-इस्लाम-फज्ल (जेयूआई-एफ) के भी उम्मीदवार थे। जेयूआई-एफ प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान एवं पीएमएल-एन की तरफ से सरदार महताब अब्बासी ने अपना नामांकन दाखिल कर किया था।
पीपीपी और उसके सहयोगी दलों मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम), पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायद (पीएमएल-क्यू) एवं अवामी नेशनल पार्टी (एएनपी) ने औपचारिक तौर पर प्रधानमंत्री पद के लिए शुक्रवार को राजा परवेज अशरफ के नाम की घोषणा कर दी थी।
उधर, पीपीपी एवं इसके सहयोगी दलों ने जेयूआई-एफ रहमान से प्रधानमंत्री पद के लिए अपनी दावेदारी वापस लेने का अनुरोध किया था। पीपीपी नेता खुर्शीद शाह ने रहमान से उनके निवास पर मुलाकात कर यह अनुरोध किया।
यद्यपि रहमान ने एक सदस्य के निधन होने का हवाला देकर बैठक शुरू होते ही स्पीकर से सत्र स्थगित करने की मांग की। जब बात नहीं मानी गई तो उनकी पार्टी ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया।
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